तनाव क्यों होते है ?तनाव क्या है ?

आज के दौर में तनाव एक आम समस्या है। बच्चें,बुजुर्ग या युवा हर कोई जीवन के किसी न किसी मोड़ पर इसका अनुभव करता है। कभी तनाव के लक्षण आसानी से पहचान में आ जाते है,तो कभी -कभी हम 
इन्हे पहचान नहीं पाते है। सबसे पहले यह जानना जरुरी है कि तनाव क्या है ? मनोस्थिति से उपजे विकार को तनाव कहते है।                 
                                           
या आसान शब्दों में कहे तो ,तेजी से बदलते माहौल में शरीर और मन पर जो असर पड़ता है,उसे ही तनाव कहा जाता है। मनोस्थिति और परिस्थिति के बीच असंतुलन एवं असामंजस्य के कारण तनाव उत्पन्न होता है।

तनाव का असर हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। आमतौर पर हम यही सुनते आये है की तनाव हमारे लिए नुकसानदेह है। इससे हमें शारीरिक और मानसिक रूप से हानि पहुँच सकती है। लेकिन क्या आप जानते है कि तनाव हमारे लिए जरुरी भी हो सकता है ? जी हाँ, वास्तव में इष्टतम प्रदर्शन के बिंदु तक पहुंचने के लिए एक निश्चित मात्रा में दबाव या तनाव होना आवश्यक है। तनाव दो प्रकार के होते है ,अच्छा या सकारात्मक तनाव और बुरा या नकारात्मक तनाव। अच्छा तनाव जहां आपकी तरक्की और काम में बेहतर प्रदर्शन में योगदान दे सकता है,वहीँ बुरे तनाव के कारण आपको शारीरिक और मानसिक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 
अगर आप  सकारात्मक तनाव में है ,तो घबराने की कोई बात नहीं। इसे आप एक प्रकार का दबाव मान सकती है ,जिसका परिणाम अच्छा भी हो सकता है। अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए एक निश्चित मात्रा में दबाव या तनाव होना आवश्यक है। सकारात्मक तनाव बेहतर प्रदर्शन करने में योगदान दे सकता है। 

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